ये है दुनिया की सबसे ज्यादा हॉरर 6 फिल्मे , इतनी डरावनी थी की इन्हे देखना दुनियाभर में बैन करना पड़ा, फिल्मो को लोग ज्यादातर मनोरंजन के लिए देखते है ,लेकिन लोगो की पसंद के अनुसार फिल्मो की कुछ कैटेगरी बन गई। किसी को रोमांटिक फिल्मे पसंद होती है तो किसी को एक्शन। लेकिन सबसे हटकर होती है हॉरर फिल्म्स जिन्हे हर कोई देखना हर किसी के बस की बात नहीं होती। कुछ हॉरर फिल्मे ऐसी होती है जिन्हे फिर भी थोड़े दर के साथ देखा जा सकता है। लेकिन शायद आपको जानकारी न हो कुछ हॉरर फिल्मे ऐसी भी बनाई गई जिनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। यदि कोई व्यक्ति ज्यादा कमजोर दिल का हो तो उसे ऐसी फिल्मों को देखने से अवॉयड करना चाहिए। ये उसके लिए खतरनाक और जानलेवा भी साबित हो सकती है।
आपने आज तक सुना होगा की फिल्मो पर बैन लगा दिया जाता है , क्योकि इनमे ऐसा कुछ दिखाया जाता है जिससे विवाद खड़ा हो जाता है। लेकिन आपने शायद ही सुना हो की किसी हॉरर फिल्म पर बैन लगाया गया हो। आपको जानकारी नहीं होगी की दुनिया में ऐसी कई फिल्मे जो इस हद तक डरावनी थी की इन्हे देखना पर बैन लगाना पड़ा। आज हम आपको ऐसी 6 फिल्म्स के बारे में बताने जा रहें हैं जिसको पूरी दुनिया ने ही बैन कर दिया है। इन फिल्म्स के बारे में आपको भी पता होना चाहिए।
द एग्जॉरसिस्ट- 1973

द एग्जॉरसिस्ट फिल्म की बात करें तो ये 1973 में रिलीज़ हुई थी। ये फिल्म को बहुत ही ज्यादा डरावना माना गया था। इस फिल्म्स के भीतर कई सारे ऐसे सीन्स थे जो कि कई लोग देख के सदमे में भी आ सकते हैं। आपको बताते चलें कि फिल्म को ही नहीं बल्कि इसके ट्रेलर को भी बैन कर दिया गया था।
द टेक्सास चेनसॉ मासकेयर- 1974

इस फिल्म की बात करें तो ये फिल्म रियल लाइफ नरभक्षी परिवार के ऊपर बेस्ड है। इस फिल्म में इस कदर बुरी तरह से हिंसा को दिखाया है कि फिल्म के रिलीज़ पर ही बैन लगा दिया गया था। इसको अभी तक की सबसे ज्यादा डरावनी फिल्मों से एक माना जाता है।
फेसेस ऑफ़ डेथ- 1978

फेसेस ऑफ़ डेथ में माना जाता है कि ऐसे-ऐसे भयानक सीन्स को दिखाया गया है कि देखने वाला लंबे समय तक भयभीत रह सकता है। इसमें कुछ ऐसे नजारे हैं जिनको देखना कोई भी व्यक्ति पसंद नहीं करेगा। ये फिल्म लगभग 46 देशों में पूरी तरह से बैन है।
कैनिबल होलोकॉस्ट-1980

इस फिल्म में इतनी ज्यादा बर्बरता और क्रूरता दिखाई गई थी कि जिसको देखना लोगों के लिए असंभव था। इसलिए कोर्ट ने रिलीज़ के पहले ही इसपर बैन लगा दिया था। जो अभी भी बहुत देशों में लगा है।
हॉस्टल पार्ट-2 – 2007

फिल्म की स्टोरी ये है कि स्टूडेंट्स ऐसे हॉस्टल में रुकते हैं जिनको भूतिया माना जाता है। यहां रुकना बिलकुल भी सेफ नहीं होता है। फिल्म में कई सीन इतने डरा देने वाले हैं जिनको देख के रूह भी कांप उठती है। इसलिए इस फिल्म को नूजलीलैंड के साथ-साथ कई देशों ने बैन कर दिया था।
मेगन इज मिसिंग -2011

यह फिल्म उत्तरी हॉलीवुड में एक फेमस हाई स्कूल की स्टूडेंट मेगन स्टीवर्ट के लापता होने की कहानी है. इस फिल्म में मेगन ऐसे लड़को से मिलने का फैसला लेती जिसने वो सिर्फ ऑनलाइन बातचीत करती है। यह फिल्म इतनी डरावनी है की इसे न्यूजीलैंड में बैन कर दिया गया है। यह फिल्म पहली कंप्यूटर स्क्रीन फिल्मो में से एक है। इस फिल्म के निर्माता माइकल गोई ने दर्शको को चेतावनी भी दी है।