यंहा आधी रात को भी चमकता है सूरज, 70 दिनों तक रहता है दिन तो 3 महीने तक रहती है रात

यंहा आधी रात को भी चमकता है सूरज , 70 दिनों तक रहता है दिन तो 3 महीने तक रहती है रात, सामान्यतया हमारी दिनचर्या सुबह उठकर शुरू होती है और रात को ख़त्म हो जाती है। आमतौर पर हम सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर ही अपने काम करते हैं, जैसे सूर्यास्त के बाद लोग सोते हैं और आराम करते हैं। वहीं सूरज निकलने पर अपनी दिनचर्या के सभी काम करते हैं। सदियों से दुनिया की यही रीत है. दिन की शुरुआत सूर्योदय के साथ और अंत सूर्यास्त होने पर होता है.दिन और रात के कॉन्सेप्ट की वजह से ही हमारा जीवन इतने व्यवस्थित ढंग से चल पाता है। लेकिन अगर दिन और रात का समय ही सुनिश्चित न हो तो आप क्या करेंगे , दिन ख़त्म ही न हो और रात न आये तो आप सोयेंगे कैसे ?ऐसे में क्या कभी आपने सोचा है कि अगर सूरज न डूबे और चांद न निकले तो हमें दिन और रात का पता कैसे चलेगा और हमारा जीवन कैसा होगा? अगर हमें दिन और रात का पता नहीं चलता तो शायद हमारे लिए काफी मुश्किल हो सकती है।

काफी सारे लोगो को यह नहीं पता होगा की दुनिया में एक ऐसी भी जगह है जंहा इस जहां कुछ महीनों तक रात ही नहीं होती है, 70 दिनों तक यंहा सूर्यास्त नहीं होता।
नॉर्वे में एक ऐसा आइलैंड है, जहां कुदरत का एक अनोखा नजारा देखने को मिलता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां कुछ महीने ऐसे गुजरते हैं जब सूरज ढलता ही नहीं है। ऐसे में सवाल ये है कि अगर सूरज ढलेगा ही नहीं तो लोग अपनी लाइफ साइकिल को किस प्रकार जी सकेंगे। आज हम आपको दुनिया की एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे जहां कुदरत का बेहद अनोखा नजारा देखने को मिलता है। इस जगह पर सूरज डूबता ही नहीं है।

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नार्वे में है ये अनोखा आइलैंड

आज हम आपको दुनिया की एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे जहां कुदरत का बेहद अनोखा नजारा देखने को मिलता है। इस जगह पर सूरज डूबता ही नहीं है। यहां नॉर्वे के आइसलैंड की बात हो रही है. इस आइलैंड पर कुछ महीने 24 घंटे सूरज नहीं ढलता है। ये अनोखी जगह आर्कटिक सर्किल में पड़ती है और इसका नाम सोमारोय है। ये अनोखा आइलैंड आर्कटिक सर्किल में पड़ता है, जिसका नाम सोमारोय (Sommarøy) है।

इस आइलैंड पर मई से लेकर जुलाई तक कुल 70 दिन तक सूरज डूबता ही नहीं है। इतना ही नहीं इसके बाद अगले 3 महीने ऐसे आते हैं, जिस दौरान सूरज नहीं निकलता है। यानी यहां 70 दिनों तक उजाला रहता है और 3 महीनों तक अंधेरा ही रहता है। इस हिसाब से देखा जाए तो यहां 70 दिनों तक दिन और 3 महीनों तक रात रहती है।

दिन और रात का चक्र है अजीबो गरीब

सोमारोय में मई से लेकर जुलाई तक (70 दिनों तक) सूर्यास्त नहीं होता है। इतना ही नहीं, इसके तीन महीने बाद फिर यहां सूरज निकलता भी नहीं है, यानी फिर 3 महीने के लिए यहां अंधेरा छा जाता है. यहां करीब 300 लोग रहते हैं. उनके लिए दिन और रात के इस अजीबों-गरीब चक्र को झेलना काफी मुश्किल होता है। यहां रहने वाले लोगों की मांग है कि उनके इलाके को दुनिया का पहला टाइम फ्री जोन घोषित करना चाहिए। यहां के निवासियों के लिए व्यापार और अपने काम करने के लिए समय की परेशानी नहीं होती है, क्योंकि ये लोग रात 2 बजे भी अपना काम कर सकते हैं.

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रात के 2 बजे भी दिखाई देता है सूरज

इस अजीबोगरीब दिन-रात के चक्र को यहां के रहने वाले 300 नागरिकों झेलना पड़ता है, जो उनके लिए काफी मुश्किल साबित होता है। वहां के लोगों की मांग है कि उनके इलाके को दुनिया का पहला टाइम फ्री जोन घोषित किया जाए।एक रिपोर्ट के अनुसार यहां के लोग इस जगह को टाइमफ्री जोन घोषित करने के लिए कैंपेन चला रहे हैं। उनके मुताबिक 70 दिन का समय उनके लिए मायने ही नहीं रखता।

वंही रात के दो बजे भी अपने दिन के सारे काम कर सकते हैं। यहां के लोग अपने काम और बिजनेस के लिए घड़ी के समय पर निर्भर नहीं रहते हैं। हालांकि होटल और लॉज जैसे बिजनेस के लिए घड़ी जरूर देखी जाती है, लेकिन बहुत से लोगों का कहना है कि वे अपना जीवन फ्री होकर जीते हैं। उन्हें जीने के लिए घड़ी की बंदिश की जरूरत नहीं है।

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