Spy Balloon को मार गिराने के बाद अमेरिका पर भड़का चीन, गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी

Spy Balloon को मार गिराने के बाद अमेरिका पर भड़का चीन, गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी,जानकारी के मुताबिक चीन के (Spy Balloon )जासूसी गुब्बारे को 28 जनवरी को अमेरिकी एयरपोर्ट जोन में दाखिल होते हुए देखा गया था। इसके बाद वह 3 फरवरी को मोटांना क्षेत्र में उड़ता दिखा। यह अमेरिका का एक न्यूक्लियर मिसाइल क्षेत्र है। सेना को शक था कि गुब्बारे से चीन जासूसी कर रहा है। इसके बाद से उस पर नजर रखी जाने लगी।इसके बाद शनिवार दोपहर को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बैलून को मार गिराने का आदेश दिया। इसके बाद उस बैलून के ऐसे इलाके में आने का इंतजार किया गया जिससे उसे गिराए जाने पर लोगों को कोई खतरा न हो।
अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर अमेरिकी सेना ने शनिवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर दो बजकर 39 मिनट पर दक्षिण कैरोलाइना में अमेरिकी तट से करीब 9.65 किलोमीटर दूर अटलांटिक महासागर में चीन के निगरानी गुब्बारे को मार गिराया. उन्होंने कहा कि गुब्बारे को मार गिराने के दौरान अमेरिकी नागरिकों को जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ.चीन के एक गुब्बारे को मार गिराने के अमेरिका के फैसले पर चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि इससे दोनों देशों के बीच संबंधों पर ‘गंभीर असर और नुकसान’ हुआ है. उत्तरी अमेरिका के ऊपर मंडराते चीन के कथित ‘जासूसी गुब्बारे’ के मद्देनजर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पांच से 5 -6 फ़रवरी तक होने वाली अपनी चीन यात्रा भी स्थगित कर दी.
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चीन का बयान Spy Balloon मौसम अनुसंधान ‘हवाई जहाज’

बीजिंग ने “एयरशिप” के स्वामित्व को स्वीकार किया, लेकिन कहा कि यह मौसम का पता लगाने वाला गुब्बारा था. चीन ने दावा किया है कि यह गुब्बारा महज एक मौसम अनुसंधान ‘हवाई जहाज’ था. बीजिंग के मुताबिक, उसने सत्यापन के बाद अमेरिका को बार-बार सूचित किया कि यह गुब्बारा असैन्य प्रकृति का है और अमेरिका में इसका प्रवेश अप्रत्याशित घटना के कारण हुआ. चीन के अनुसार, उसने अमेरिका से इस मामले से शांतिपूर्वक, पेशेवर और नियंत्रित तरीके से निपटने को कहा था.चीन ने रविवार को उत्तरी अमेरिका के ऊपर उड़ते हुए एक कथित चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने के पेंटागन के फैसले की कड़ी निंदा की है. चीन ने अमेरिका पर मामले में “स्पष्ट रूप से अतिप्रतिक्रिया (ओवर-रिएक्ट) करने और अंतरराष्ट्रीय मापदंडों का गंभीर उल्लंघन करने” का आरोप लगाया.
एफ -22 जेट ने मिसाइल दाग कर गिरा दिया

चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “चीन मानव रहित नागरिक एयरशिप (unmanned civilian airship) पर हमला करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका (United States) द्वारा बल के इस्तेमाल के खिलाफ सख्त असंतोष और विरोध व्यक्त करता है.” चीन ने यह भी कहा कि वह “आगे आवश्यक प्रतिक्रिया देने का अधिकार सुरक्षित रखेगा.” पेंटागन के अधिकारियों ने कहा कि विमान ने उत्तरी अमेरिका के ऊपर उड़ान भरते हुए वाशिंगटन और बीजिंग के बीच तनाव को बढ़ाते हुए कई दिन बिताए. इसे शनिवार को एफ -22 जेट ने मिसाइल दाग कर गिरा दिया
चीन ने कहा- सख्ती से करेंगे अपने हितों की रक्षा

बीजिंग ने चीन के असैन्य मानवरहित यान पर हमला करने के लिए अमेरिका द्वारा बल प्रयोग करने को लेकर कड़ा विरोध जताया है. उसने रविवार को चीन में अमेरिकी दूतावास में आधिकारिक शिकायत भी दर्ज कराई. विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, उप विदेश मंत्री शी फेंग ने शिकायत में कहा, ‘संयुक्त राज्य अमेरिका की कार्रवाइयों ने बाली बैठक के बाद से चीन-अमेरिका संबंधों को स्थिर करने में दोनों पक्षों के प्रयासों और प्रगति को गंभीर रूप से प्रभावित और क्षतिग्रस्त किया है.’ वह पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति जो बाइडन और शी जिनपिंग के बीच शिखर सम्मेलन का जिक्र कर रहे थे. बीजिंग ने आगे अपने बयान में कहा, ‘मौजूदा हालात पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और देश के लिए जो भी जरूरी होगा उसे करने से नहीं हिचकेंगे.’
“योजनानुसार और वैध कार्रवाई”

अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने ऑपरेशन को एक “योजनानुसार और वैध कार्रवाई” बताते हुए कहा कि यह चीन के हमारी संप्रभुता के अस्वीकार्य उल्लंघन के जवाब में किया गया. अमेरिकी अधिकारियों ने गुरुवार को पहली बार कहा था कि वे अमेरिकी आसमान में एक बड़े चीनी “निगरानी गुब्बारे” को ट्रैक कर रहे थे. इसके चलते अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने शुक्रवार को बढ़ते अमेरिका-चीन तनाव को रोकने के लिए बीजिंग की अपनी यात्रा को रद्द कर दिया. शुरुआती झिझक के बाद, बीजिंग ने “एयरशिप” के स्वामित्व को स्वीकार किया, लेकिन कहा कि यह मौसम का पता लगाने वाला गुब्बारा था, जो भटक गया था.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने रद्द की यात्रा

अमेरिकी विदेश मंत्री चीन के आधिकारिक यात्री पर जाने वाले थे, लेकिन उनकी यात्री से कुछ दिन पहले ही चीनी गुब्बारे ने सारा खेल बिगाड़ दिया और यात्रा रद्द करनी पड़ी। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने शुक्रवार को बढ़ते अमेरिका-चीन तनाव को रोकने के लिए बीजिंग की अपनी यात्रा को रद्द कर दिया. इस यात्रा से दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधरने की उम्मीद की जा रही थी। हालांकि, चीन ने दावा किया कि इस गुब्बारे का इस्तेमाल मौसम विज्ञान अनुसंधान के लिए किया जाना था, जबकि अमेरिका ने कहा कि यह एक जासूसी गुब्बारा था।
चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तकरार

बता दें कि अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते तनाव से वाशिंगटन और उसके कई सहयोगियों के लिए चिंता का कारण बन सकता है। दोनों देशों के बीच मतभेद से वैश्विक अर्थव्यस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। खास कर जब से रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ है, तब से चीन ने रूस का पक्ष लेना शुरू कर दिया है, जिससे चीन और अमेरिका के रिश्तों में खटास पैदा हुई है
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने एक दिन पहले कहा था कि राष्ट्रपति बाइडन के निर्देश पर एक लड़ाकू विमान ने चीन के निगरानी गुब्बारे को अमेरिकी वायु क्षेत्र में दक्षिण कैरोलाइना के तट पर समुद्र के ऊपर मार गिराया. ऑस्टिन ने कहा, ‘अमेरिकी महाद्वीप में सामरिक स्थलों की निगरानी करने के प्रयास में चीन द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे गुब्बारे को अमेरिकी जल क्षेत्र के ऊपर मार गिराया गया.’रक्षा अधिकारियों ने अमेरिकी मीडिया को बताया कि मलबा दक्षिण कैरोलाइना में मिरटल बीच के पास गिरा और सेना अब 11 किलोमीटर के क्षेत्र में फैले मलबे को बरामद करने का प्रयास कर रही है. पेंटागन के एक अधिकारी ने कहा कि गुब्बारे को मार गिराए जाने के तुंरत बाद उन्होंने गुब्बारे द्वारा एकत्रित की गई संवेदनशील सूचना हासिल करने के लिए कदम उठाए, ताकि चीन के लिए इसका खुफिया महत्व खत्म हो जाए.