Wednesday, March 29, 2023
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शहर से नौकरी छोड़ गांव में मशरूम की खेती से कमा रहे दोनों भाई लाखों रूपए, PM मोदी ने भी सराहा

शहर से नौकरी छोड़ गांव में मशरूम की खेती से कमा रहे दोनों भाई लाखों रूपए, PM मोदी ने भी सराहा, यह कहानी टिहरी जिले के दो सगे भाइयों की है. ये दोनों भाई पहाड़ों से पलायन कर रहे युवाओं के लिए मिसाल साबित हो रहे हैं. दिल्ली में नौकरी छोड़ कर वापस अपने गांव आए इन दोनों भाइयों ने मशरूम का प्लांट लगाया है और इससे ये लोग पहाड़ों में अच्छी-खासी कमाई के साथ-साथ रोजगार भी पैदा कर रहे हैं. जिससे बेरोजगार लोगो को रोजगार मिल सके. PM मोदी भी इन दो भाइयों के इस काम की तारीफ कर चुके है.

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आज कल जहाँ लोग गावों से शहरों की और भाग रहे है. लेकिन वही पर टिहरी जिले के चंबा ब्लॉक के डडूर गांव निवासी सुशांत उनियाल और प्रकाश उनियाल पहाड़ से पलायन कर रहे युवाओं के लिए एक मिसाल बन चुके है. आज सुशांत और प्रकाश की गिनती सफल उद्यमियों में होने लगी है. दूसरे तमाम पलायन कर चुके पहाड़ी भाईयों की तरह ये दोनों भी दिल्ली में जॉब करते थे, लेकिन मन पहाड़ में ही लगा रहता था इन दोनों भाइयो का. साल 2018 में दोनों भाई एक बार फिर गांव वापस आ गए और यहां बंजर पड़ी जमीन में मशरूम प्लांट बनाया और मशरूम की खेती करने लगे.

दिल्ली में छोड़ी नौकरी

शहर से नौकरी छोड़ गांव में मशरूम की खेती से कमा रहे दोनों भाई लाखों रूपए, PM मोदी ने भी सराहा

ये दोनों भाई मशरूम प्लांट के माध्यम से कई बेरोजगार लोगों को रोजगार प्रदान कर रहे हैं. सुशांत और प्रकाश चंबा के डडूर गांव निवासी हैं. आज इनके पास गढ़वाल क्षेत्र का सबसे विशाल मशरूम प्लांट है. सुशांत दिल्ली में मल्टीनेशनल कंपनी में सेल्स मैनेजर की पोस्ट पर काम करते थे, जबकी उनके भाई प्रकाश बैंक में जॉब कर रहे थे. वैसे तो को दोनों देश की राजधानी में जॉब करते थे, लेकिन दिल हर वक्त गांव में बसा हुआ था. 2018 में दोनों भाई दिल्ली की नौकरी छोड़कर गांव वापस आ गए और खुद का कुछ काम शुरू का प्लान किया.

सरकार से मदद मांगी

शहर से नौकरी छोड़ गांव में मशरूम की खेती से कमा रहे दोनों भाई लाखों रूपए, PM मोदी ने भी सराहा

इन दोनों भाइयो ने साल 2019 में उन्होंने केंद्र सरकार की मिशन ऑफ इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट आफ हिल्स योजना के चलते 28.65 लाख रुपये का लोन उठाया और गांव में ही ढिंगरी मशरूम का प्लांट बनाया. धीरे-धीरे काम चल पड़ा. लॉकडाउन में जब लोग अपनी नौकरियां गवा रहे थे, तब भी प्रकाश और सुशांत ने 10 लाख रुपये का व्यापार कर लिया. जहा लोग एक एक पैसे के लिए तरस रहे थे वहां ये दोनों भाई मिशाल बन गए.

आज इन दो भाइयों की वजह से क्षेत्र के 15-20 युवाओं को रोजगार मिल रहा हैं. सीजन के समय अधिक कर्मचारियों को रोजगार मिलता है. इनके प्लांट में हर महीने एक हजार किलो ढिंगरी मशरूम का उत्पादन हो रहा है. स्थानीय बाजार में वह 150-180 रुपये किलो की दर से मशरूम बेचे जाते हैं. मशरूम प्लांट से उन्हें सालभर में 24 लाख का टर्नओवर हो रहा है, जो कि संसाधनों की कमी वाले उत्तराखंड जैसे राज्य में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. उनके उत्पाद चंबा, नई टिहरी, ऋषिकेश, देहरादून के अलावा दिल्ली तक भिजवाए जाते हैं.

पीएम मोदी कर रहे है तारीफ

शहर से नौकरी छोड़ गांव में मशरूम की खेती से कमा रहे दोनों भाई लाखों रूपए, PM मोदी ने भी सराहा

सुशांत उनियाल और प्रकाश की कड़ी मेहनत और कामयाबी के शिखर पर देखकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल के जरिए से सुशांत उनियाल और प्रकाश उनियाल की सराहना की और शुभकामनाएं भी दीं. पीएम मोदी ने दोनों को कहा कि जो कहावत पहाड़ के लिए कही जाती है, आप दोनों ने इसे उलट कर पहाड़ में स्वरोजगार कर एक मिसाल खड़ी कर दी है. इससे पहाड़ से पलायन रुक सकता है.

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सुशांत उनियाल और प्रकाश उनियाल ने कहा है कि हम दोनों भाइयों ने उत्तराखंड से जो पलायन हो रहा है उस पर विचार किया और सोचा कि जब-तक पढ़ा-लिखा युवा पहाड़ की ओर रुख नहीं करेगा तब तक पहाड़ का उत्थान नहीं होगा. इसको देखते हुए हम दोनों भाइयों ने पहाड़ में ही स्वरोजगार करने का मन बना लिया और जिसके बाद हमने पहले पुराने खंडर बन चुके घरों पर मशरूम का उत्पादन किया, मशरूम की अच्छी पैदावार होने के बाद हमने इसे बड़े स्तर पर फोकस करना शुरू किया, जिसके बाद आज अच्छा मुनाफा कमा रहे है.