सावन शिवरात्रि पर बना खास संयोग , विवाह की कामना वाले लोग ज़रूर करे ये उपाय , जल्द होगी मनोकामना पूरी

सावन शिवरात्रि पर बना खास संयोग , विवाह की कामना वाले लोग ज़रूर करे ये उपाय , जल्द होगी मनोकामना पूरी, आज सावन के माह में आने वाली पहली शिवरात्रि (Sawan shivratri) है , इस दिन भगवान शंकर की खास पूजा अर्चना से आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाएगी। सावन महीने की पहली शिवरात्रि आज है. माना जाता है कि इस दिन व्रत रखकर विधि विधान से जो भक्त भोलेनाथ की पूजा करते हैं, उन्हें मनचाहा फल मिलता है. वहीं इस दिन भोलेनाथ को पुष्प अर्पित करने का खास महत्व है. ये महीना इस बार 4 जुलाई से शुरु हुआ है और 31 अगस्त तक जारी रहने वाला है. वैसे तो शिवरात्रि का पर्व हर माह मनाया जाता है. जिसे मासिक शिवरात्रि कहते हैं. हर महीने जो कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि आती है, उसे ही शिवरात्रि माना जाता है. सावन (Sawan) की माह में इस साल ये मासिक शिवरात्रि 15 जुलाई को है. दिन शनिवार रहेगा. इस दिन को लेकर कावड़िए खासे उत्साहित हैं जो भगवान को जल चढ़ाने निकल पड़े हैं.

साल ये मासिक शिवरात्रि 15 जुलाई यानी आज है. इस दिन को लेकर कावड़िए खासे उत्साहित हैं जो भगवान को जल चढ़ाने निकल पड़े हैं. यूं तो पूरा सावन ही भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए खास महीना है, लेकिन खासकर सोमवार को उनकी विशेष पूजा होती है और व्रत रखा जाता है. आज सावन शिवरात्रि पर खास संयोग बन रहा है जिसमे अगर आप अपनी मनोकामना भगवान् के आगे रख कर पूरी कर सकते है। इसके साथ ही मासिक शिवरात्रि पर व्रत रख कर माता पार्वती और शिवजी की पूजा का खास महत्व है. हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मासिक शिवरात्रि (Sawan shivratri 2023) का व्रत रखा जाता है. सावन महीने की पहली शिवरात्रि 15 जुलाई को है. माना जाता है कि इस दिन व्रत रखकर विधि विधान से जो भक्त भोलेनाथ की पूजा करते हैं, उन्हें मनचाहा फल मिलता है. वहीं इस दिन भोलेनाथ को पुष्प अर्पित करना का खास महत्व होता है. आइए जानते हैं कि कौन से फूल चढ़ाने का क्या महत्व होता है.

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इस सावन शिवरात्रि पर खास संयोग

इस बार सावन माह की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 15 जुलाई की रात 8.32 बजे से होगी और ये अगले दिन यानी कि 16 जुलाई को रात में 10.08 पर खत्म होगी. इसके साथ ही इस दिन वृद्धि और ध्रुव योग भी रहेंगे. वृद्धि योग की शुरुआत का समय होगा 14 जुलाई को सुबह 08.28 से और ये योग खत्म होगा 15 जुलाई को सुबह 08.22 बजे. इसी तरह ध्रुव योग शुरू होगा ठीक वृद्धि योग के खत्म होने के समय पर और जारी रहेगा 16 जुलाई को सुबह 8.33 बजे तक. इन दो योगों के अलावा मृगशिरा नक्षत्र भी इसी दिन बनेगा. इन खास संयोगों की वजह से माना जा रहा है कि कुछ खास उपाय करने से शिवभक्त अधिक लाभ कमा सकते हैं.

सावन की शिवरात्रि के खास उपाय

धन की प्राप्ति के लिए क्या करें?

धन की प्राप्ति के लिए शिवाभिषेक करना हो तो दूध, दही, शक्कर, घी और शहद का उपयोग करें. इससे अभिषेक कर भगवान को जल अर्पित करें और धन लाभ की कामना करें.

संतान के लिए

संतान प्राप्ति के लिए पूजन करना हो तो केवल घी से शिवलिंग का अभिषेक कर उसे अर्पित करे. उसके बाद जल चढ़ाएं.

विवाह के लिए क्या करें?

जो लोग विवाह की कामना के साथ पूजन कर रहे हैं उन्हें 108 बेलपत्र अर्पित करने चाहिए साथ ही हर बार भगवान के नाम का स्मरण भी करना चाहिए.

भोलेनाथ को चढ़ाएं ये फूल

धतूरे का फूल

शिवरात्रि पर भोलेनाथ को धतूरे के फल के साथ फूल चढ़ाएं. माना जाता है कि अगर पति-पत्नी मिलकर भोलेनाथ की पूजा करें और धतूरे का फूल चढ़ाएं तो उनकी मनोकामना पूरी होती है. माना जाता है संतान प्राप्ति के लिए भोलेनाथ को धतूरे का फूल चढ़ाने से इसकी प्राप्ति होती है.

आंकड़े के फूल

लाल और सफेद आंकड़े के फूल शिवलिंग पर चढ़ाने से रोगों से छुटकारा मिलता है और आयु लंबी होती है, ऐसी मान्यता है.

चमेली के फूल

माना जाता है कि चमेली के सफेद फूल भी शिवजी को बेहद पसंद हैं, इस फूल को चढ़ाने से भोलेनाथ मनचाहा वर देते हैं. माना जाता है कि मन में वाहन सुख पाने की इच्छा रखकर चमेली का फूल शिवलिंग पर चढ़ाएं तो मन की इच्छा पूरी होती है.

बेले का फूल

शिवजी को बेले का फूल अति प्रिय है. माना जाता है कि बेले के फूल से शिवजी की पूजा करने से सुंदर-सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है.

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हरसिंगार के फूल

हरसिंगार के फूल की भी खास अहमियत है, माना जाता है कि शिवलिंग पर हरसिंगार के फूल चढ़ाने से घर में सुख शांति आती है.

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