सावन माह में सोमवार ही नहीं गुरुवार भी है बेहद खास, इस दिन भूलकर भी न करें ये 4 काम, वरना पछताओगे

Sawan Thursday: सावन माह में सोमवार ही नहीं गुरुवार भी है बेहद खास, इस दिन भूलकर भी न करें ये 4 काम, वरना पछताओगे. हिन्दू धर्म का सबसे पवित्र और पावन मास सावन की शुरुवात हो गयी है। इस बार भक्तो को प्रभु की कृपा से 59 दिनों का सावन मास मिला है ,जिसे भक्त पूरी श्रद्धा के साथ भक्ति में डूबे रहते है ,आपको जानकरी के लिए बता दे की सावन मास में सिर्फ सोमवार ही नहीं बल्कि हर एक दिन का खास महत्व होता है. इस पवित महीने में शिवजी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इसी प्रकार सावन गुरुवार का भी अलग महत्व है. कहते हैं कि गुरूवार के दिन कुछ खास कार्यों को करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. वहीं, इस दिन कुछ कार्य न करने की बात कही गई है. क्योकि इन कामो को करने से आपको करना पड़ सकता है परेशानियों का सामना।आइये जानते है इसके बारे में
सावन महीने में गुरुवार के दिन महिलाओ के लिए है इस चीज की मनाही

शास्त्रों के अनुसार गुरुवार का दिन बृहस्पति ग्रह का दिन होता है. सावन के महीने में गुरुवार के दिन महिलाओं को अपने बाल धोना या काटना नहीं चाहिए. कहते हैं कि इसका असर उनकी संतान और पति दोनों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है।
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सावन महीने में गुरुवार के दिन नाखून काटने और शेविंग करने की मनाही

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन में गुरुवार के दिन नाखून काटने और शेविंग करने की भी मनाही है. दरअसल इस दौरान गुरु ग्रह कमजोर होता है, इसलिए इसका सीधा असर व्यक्ति की आयु पर पड़ता है और व्यक्ति की आयु कम होती है.
सावन माह में सोमवार ही नहीं गुरुवार भी है बेहद खास, इस दिन भूलकर भी न करें ये 4 काम, वरना पछताओगे
सावन में गुरुवार के दिन पोछा लगाने से मां लक्ष्मी होती है रुष्ट

सावन में गुरुवार के दिन कपड़े धोने के साथ-साथ पोछा लगाने से भी बचें. कहते हैं इसका सीधा बुरा असर कुंडली पर पड़ता है और कुंडली में गुरु स्थिति अशुभ होती है. इसके साथ ही गुरुवार के दिन पोछा लगाने से मां लक्ष्मी भी रुष्ट होकर घर से चली जाती है. इसीलिए इस दिन कपडे धोने और पोछा लगाने के लिए मना किया जाता है।
सावन के महीने में गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करे
शास्त्रों के अनुसार सावन के महीने में गुरुवार के दिन भगवान श्रीकृष्ण तभी प्रसन्न होते हैं जब उनके साथ-साथ देवी मां लक्ष्मी की भी पूजा हो. इसलिए गुरुवार के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा भी जरूर करें.