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रोज डे से शुरू हुआ Valentine week, गुलाब की तरह खिलने लगे किसानो के चेहरे की मुस्कान, किसानों को हुआ अधिक मुनाफा

Valentine week

रोज डे से शुरू हुआ Valentine week, गुलाब की तरह खिलने लगे किसानो के चेहरे की मुस्कान, किसानों को हुआ अधिक मुनाफा, आपको बता दे की वैलेंटाइन वीक की शुरुआत 7 फरवरी को रोज डे से हो गई है. और यह प्रेमी युगलों में उत्साह है और वे अपने पार्टनर या वैलेंटाइन को गुलाब देकर प्यार का इजहार कर रहे हैं. और यह वैलेंटाइन डे से पहले गुलाब के फूल की डिमांड बढ़ने से किसानों के चेहरे भी गुलाब की तरह खिल गए हैं. और यह महासमुंद जिले के सरायपाली ब्लॉक के इच्छापुर गांव में गुलाब की खेती करने वाले युवा किसान श्रीराम नायक ने बताया वेलेंटाइन वीक में गुलाबों की डिमांड काफी बढ़ गई है.

रोज डे से शुरू हुआ Valentine week, गुलाब की तरह खिलने लगे किसानो के चेहरे की मुस्कान, किसानों को हुआ अधिक मुनाफा

और इसमें बहुत ज्यादा फायदा होगा। यही नहीं, इसके दाम भी दोगुने मिल रहे हैं इसलिए हर साल हमें प्यार के इस पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है. यह केटी करने से आपको बहुत ज्यादा मात्रा में फायदा होगा

रोज डे से शुरू हुआ Valentine week, गुलाब की तरह खिलने लगे किसानो के चेहरे की मुस्कान, किसानों को हुआ अधिक मुनाफा

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आपको बता दे की यह वैलेंटाइन वीक पर गुलाब के फूलों की वैरायटी से बाजार सजकर तैयार हो गया है. और यहा के किसान अच्छी कीमत पर डच गुलाब बेच रहे हैं. और यहा के नायक ने बताया कि वैलेंटाइन वीक पर गुलाब की होलसेल कीमत 15 से 20 रुपये प्रति पीस है और यह जबकि बाकी दिनों में गुलाब की कीमत 10 रुपये प्रति पीस रहती है. यह किसान नायक ने बताया कि वह 2017 से गुलाब की खेती कर रहे हैं. आपको बता दे की यह नायक बहुत साल से यह खेती कर रहे है और उनको इसका बहुत अधिक मात्रा में फायदा भी हो रहा है।

गुलाब फूल को बाजार में देखकर मिली प्रेरणा

आपको बता दे की यह नायक ने कहा रायपुर में फूल बाजार देखने के लिए जाते थे. और वहां गुलाब 20 रुपये में खरीदते थे.और उसमे उनको बहुत ज्यादा फायदा होने लगा तो नायक ने भी यह फूल बाजार में इस तरह की कीमतें देखकर लगा ‘क्यों न मैं भी गुलाब के फूलों की खेती करूं. और यही से महासमुंद में हुए कृषि मेले से मेरी सोच और हिम्मत बढ़ी. और साल 2016 में उद्यानिकी विभाग ने पुणे के गुलाब गार्डनों का भ्रमण कराया. आपको बता दे की यह इन अनुभवों के आधार पर मैंने गुलाब की खेती शुरू की और आज गुलाब की खेती से अच्छा मुनाफा हो रहा है. नायक को इसमें बहुत ज्यादा में मुनाफा हो रहा है।

रोज डे से शुरू हुआ Valentine week, गुलाब की तरह खिलने लगे किसानो के चेहरे की मुस्कान, किसानों को हुआ अधिक मुनाफा

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इसमें आपको बता दे की अगर आप भी यह गुलाब की खेती करना चाहते हे तो आप भी यह आसानी से कर सकते है। नायक ने यह भी बताया कि गुलाब की खेती करने वाले किसानों को उद्यानिकी विभाग और राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड से सहयोग मिलता है, और इसमें आपको बहुत ज्यादा फायदा होता है। ताकि किसानों को बागवानी खेती के लिए प्रोत्साहन और बाजार दोनों मिल सके.आप भी यह गुलाब की खेती कर सकते है।

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