Saturday, June 10, 2023
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कूनो नेशनल पार्क से भागे चीता ‘ओबान-आशा’, ओबान 5 दिन बाद पकड़ाया लेकिन आशा अभी भी फरार

कूनो नेशनल पार्क से भागे चीता ‘ओबान-आशा’, ओबान 5 दिन बाद पकड़ाया लेकिन आशा अभी भी फरार, श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क के बाड़े में छोड़ा गया नर चीता ओबान और मादा चीता आशा 5 दिन पहले भाग गए थे। वन विभाग की टीम ओबान को तो ढूंढ निकाला लेकिन आशा अभी भी फरार है। 7 महीने पहले नामीबिया से यह चीते कूनो नेशनल पार्क प्रधानमत्री मोदी द्वारा छोड़े गए थे। चीतों का यह जोड़ा नामीबिया में भी साथ ही रहता है। इनको कूनो में बाड़े से भी एक साथ ही फ्री रेंज में छोड़ा गया था। तब से चीतों का यह जोड़ा बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड कहलाता है और हमेशा साथ-साथ ही नजर आता है। यह चीता विजयपुर इलाके के गोलीपुरा गांव मे देखा गया. इसे लेकर ग्रामीणों में भय का माहौल है, जबकि वन विभाग की टीम घेराबंदी किये हुए है. खास बात ये है कि एक तो गांव में दहशत फैल गई है दूसरे आसपास के हजारों लोग चीता देखने के लिए गोलीपुरा इलाके के आसपास उमड़ पड़े.

कूनो नेशनल पार्क से पिछले पांच दिनों से निकले नर चीते ओबान को आखिरकार वापस पार्क में ले आया गया है. चीते द्वारा रिहायशी इलाके में जाने का खतरा बना हुआ था जिसके बाद कूनो प्रबंधन, डॉक्टरों और चीता विशेषज्ञों की मदद से उसे पकड़कर पार्क में ले आई है. चीता ओवान शिवपुरी के जंगल की ओर बढ़ने पर कूनो प्रबंधन द्वारा यह फैसला कर उसे पकड़ा गया. वहीं मादा चीता आशा अभी भी पार्क से बाहर ही है जिस पर वन विभाग के कर्मचारी निगरानी बनाए हुए है.कूनो नेशनल पार्क के प्रबंधन टीम से प्राप्त जानकारी के अनुसार चीता ओवान को ट्रेंकुलाइज करने के लिए पहले उसकी घेराबंदी की गई. उसे इस तरह से घेरा गया कि वह उसी दिशा में भागे जहां ट्रेंकुलाइज करने के लिए टीम खड़ी है. चीता उसी दिशा में भागा और इंजेक्शन लेकर खड़ी टीम ने उसे इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया. चीते के बेहोश होते ही सबसे पहले डॉक्टरों की टीम ने उसके पास पहुंचकर जांच की जिसके बाद उसकी आंखों पर पट्टी लगाकर, ड्रिप लगाई. साथ ही उसे सांस लेने में किसी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए उसे ऑक्सीजन भी लगाई गई.

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प्राइमरी ट्रीटमेंट कर पिंजरे में डाला

कूनो प्रबंधन ने डॉक्टरों और चीता विशेषज्ञों की मदद से पकड़े चीता ओवान को ट्रेंकुलाइज करने के बाद सबसे पहले प्राइमरी ट्रीटमेंट दिया गया. उसे किसी तरह की घबराहट ना हो इस बात का भी विशेष ध्यान रखा गया. पहले डॉक्टर्स और चीता विशेषज्ञ उसे स्ट्रेस के डर से ट्रेंकुलाइज नहीं कर रहे थे, लेकिन उसके शिवपुरी जिले के रिहायशी इलाके के गांव में पहुंच जाने के बाद ट्रेंकुलाइज कर पकड़ा गया और पिंजरे में डालकर वापस कूनो लाया गया.

पीएम ने किया था रिलीज

बता दें प्रधानमंत्री मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को रिलीज किया था. वहीं इस तरह से चीतों के पार्क से निकल जाने से पार्क की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे है. वहीं चीते की सुरक्षा की बात करें तो जंगल से बाहर निकलने के बाद उसकी भी सुरक्षा को लेकर यह कह पाना मुश्किल है कि वह बाहर कितना सुरक्षित है.

मादा चीता आशा अभी भी बहार

कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों के लगातार जंगल से बाहर निकल रहे है. कुछ दिनों पहले ही चीता ओबान निकल गया था. जिसे कूनो प्रबंधन द्वारा अब ट्रेंकुलाइज कर पकड़ना पड़ा है. वहीं मादा चीता आशा भी पार्क से निकलकर रास्ता भटक गई है. हालांकि वन विभाग का इस मामले में कहना है कि वह लगातार पार्क से निकले इन चीतों की निगरानी कर रहे है.

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