‘ग्रैमी अवॉर्ड्स’ में भारतीय म्यूजिक कंपोजर रिकी केज ने बढ़ाया भारत का मान ,तीसरी बार ग्रैमी अवॉर्ड से सम्मानित

‘ग्रैमी अवॉर्ड्स’ में भारतीय म्यूजिक कंपोजर रिकी केज ने बढ़ाया भारत का मान ,तीसरी बार ग्रैमी अवॉर्ड से सम्मानित, भारतीय म्यूजिक कंपोजर रिकी केज (Ricky Kej) ने ग्रैमी अवॉर्ड्स 2023 (Grammy Award 2023) में एक बार फिर भारत का परचम फहराया है. कंपोजर रिकी केज को तीसरी बार ग्रैमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. रिकी को ये अवॉर्ड उनकी एल्बम ‘डिवाइन टाइड्स’ (Divine Tides) के लिए दिया गया है. इसके साथ ही रिकी केज तीन बार ग्रैमी पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं.
आपको बता दें कि डिवाइन टाइड्स को सर्वश्रेष्ठ इमर्सिव ऑडियो एल्बम कैटेगरी (Best Immersive Audio Album) में नॉमिनेट किया गया था. वहीं, रिकी ने अपना ये अवॉर्ड अमेरिका में जन्मे मशहूर ब्रिटिश रॉक बैंड ‘द पुलिस’ के फेमस ड्रमर स्टीवर्ट कोपलैंड (Stewart Copeland) के साथ शेयर किया है. कोपलैंड ने रिकी का इस एल्बम को पूरा करने में साथ निभाया था। उन्होंने इस एल्बम में रिकी के साथ काम किया है। दोनों को यह अवॉर्ड सर्वश्रेष्ठ इमर्सिव ऑडियो एल्बम कैटेगरी में दिया गया है।

अपने पोस्ट में रिकी ने लिखा- ‘मैंने अपना तीसरा ग्रैमी अवॉर्ड जीत लिया है। बेहद खुश और आभारी हूं, मैं इस अवॉर्ड को भारत के नाम डेडिकेट करता हूं।’बेस्ट इमर्सिव ऑडियो एल्बम कैटेगरी में ‘Divine Tides’ का मुकाबला क्रिस्टीना एगुइलेरा (एगुइलेरा), द चैनस्मोकर्स (मेमोरीज… डू नॉट ओपन), जेन इराब्लूम (पिक्चरिंग द इनविजिबल- फोकस 1) और निडारोसडोमेन्स जेंटेकोर एंड ट्रॉनडेहाइमसोलिस्टिन (तुवाह्युन – बीटिट्यूड्स फॉर ए वाउंडेड वर्ल्ड) के साथ था.
2015 और 2022 में भी हासिल किया ग्रैमी अवॉर्ड

आपको बता दें की इससे पहले की करें तो जाने माने भारतीय कमपोजर ने सबसे पहले साल 2015 में अपनी एल्बम ‘विंड्स ऑफ समसारा’ के लिए ग्रैमी जीतकर इतिहास रचा था. इसके बाद साल 2022 में उन्हें एल्बम ‘डिवाइन टाइड्स’ के लिए ही ‘बेस्ट न्यू एज एल्बम’ की कैटेगरी में स्टीवर्ट कोपलैंड के साथ ग्रैमी अवॉर्ड मिला था. 2023 में भी उनके इस एल्बम को दोबारा ग्रैमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।इसके अलावा भी रिकी अब तक कुल 100 संगीत पुरस्कार जीत चुके हैं. उन्होंने दुनियाभर के 30 देशों में अभी तक परफॉर्म किया है. वहीं, बात अगर दो बार ग्रैमी अवॉर्ड्स जीत चुकी उनकी एल्बम ‘डिवाइन टाइड्स’ की करें तो ये 2021 में रिलीज हुई थी. इस एल्बम में नौ गाने और आठ म्यूजिक वीडियो शामिल थे.
संगीत में रुझान बचपन से

रिकी का जन्म 5 अगस्त, 1981 में यूएस में हुआ था। वह पंजाबी-मारवाड़ी हैं। आछ साल की उम्र में वह बैंगलुरू शिफ्ट हो गए थे। उनकी शुरुआती शिक्षा वहीं से हुई। रिकी को शुरू से संगीत का शौक रहा है। या फिर यूं कहें कि कला उन्हें विरासत में मिली है। उनके दादा जानकी दास एक्टर और फ्रीडम फाइटर थे। ऐसे में कला के क्षेत्र में उनका रुझान बचपन से रहा है। पढ़ाई के दौरान ही रिकी रॉक बैंड का हिस्सा बन गए थे और यहीं से उनका म्यूजिक करियर शुरू हो गया।
अपना पहला स्टूडियो 2003 में शुरू किया

केज ने कीबोर्ड आर्टिस्ट के तौर पर करियर की शुरुआत की थी। 2003 में उन्होंने अपना स्टूडियो सेटअप किया। अब तक उनके 16 स्टूडियो एल्बम इंटरनेशनली रिलीज हो चुके हैं। इसके अलावा चार फीचर फिल्म और 3500 कॉमर्शियल्स के लिए भी वह संगीत दे चुके हैं। रिकी केज के कई बेहतरीन काम में ‘वाइल्ड कर्नाटक’ के लिए दिया गया संगीत भी शामिल है। यह कर्नाटक बायोडाइवर्सिटी पर बनी डॉक्यूमेंट्री है।
अब तक 30 देशों में जीते हैं और 100 से ज्यादा अवॉर्ड

जानकारी के अनुसार रिकी केज दुनियाभर के 30 देशों में कुल 100 से ज्यादा अवॉर्ड्स जीते हैं। रिकी को उनके काम के लिए यूनाइटेड नेशंस ग्लोबल ह्यूमैनिटेरियन आर्टिस्ट और यूथ आइकॉन ऑफ इंडिया के लिए नॉमिनेट किया जा चुका है। 2021 में रिलीज हुए उनके फेमस एल्बम डिवाइन टाइड्स में 9 गाने और आठ म्यूजिक वीडियो शामिल हैं।
इंडियन-अमेरिकन सिंगर फाल्गुनी शाह का पहला ग्रैमी अवॉर्ड

भारतीय-अमेरिकी गायक फाल्गुनी शाह ने भी अपने नाम बेस्ट चिल्ड्रन म्यूजिक कैटेगरी (Best Children’s Music Album) में अपना नाम सबसे ऊपर दर्ज कराया और ग्रैमी अवॉर्ड पाया. फाल्गुनी को ‘अ कलरफुल वर्ल्ड’ एलबम के लिए सम्मानित किया गया. सिंगर ने इस खबर को अपने फैंस और चाहने वालों तको सोशल मीडिया के जरिए बताया.फाल्गुनी ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘आज मेरे पार शब्द नहीं हैं, कि क्या जादू था. ग्रैमी प्रीमियर पर शुरुआत में परफॉर्म करने का जो अवसर मिला वो सम्मान की बात है. और फिर उसके बाद बेहद टैलेंटेड और खास लोगों संग काम करने के चलते इस अवॉर्ड को घर ले जाना ये भी सम्मान की बात है. हम रिकॉर्डिंग अकादमी को इसके लिए दिल से धन्यवाद देते हैं. शुक्रिया.