चैट जीपीटी का हो रहा गलत उपयोग, चीन में फेक न्यूज़ देने वाले व्यक्ति को किया अरेस्ट, कथित तौर पर पुलिस ने AI का इस्तेमाल कर ट्रेन दुर्घटना की ‘फर्जी खबर’ गढ़ने और विभिन्न सोशल मीडिया खातों के माध्यम से प्रसारित करने के आरोप में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. चीन में चैट जीपीटी के दुरुपयोग का पहला मामला आया है. एआई वैसे तो इंसानों की मदद करने के लिए है, लेकिन चीन में इससे फर्जी खबर फैलाने का मामला सामने आया है. चैट जीपीटी की मदद से एक फर्जी ट्रेन दुर्घटना की खबर लिखी गई. यह मामला एक फर्जी मामला था जो की चैट जीपीटी की मदद से किया गया है.
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यह मामला चीन का है

यह मामला चीन से सामने आया है, कांगटांग काउंटी के साइबर सुरक्षा अधिकारियों ने पाया कि यह रेल दुर्घटना संबंधी खबर ‘बाइजियाहो’ पर 20 से अधिक अकाउंट के माध्यम से प्रसारित की गई है. ‘बाइजियाहो’ ब्लॉग सरीखा मंच है, जिसका संचालक चीन का सर्च इंजन ‘बाइदू’ है. मामले के गंभीर पाए जाने पर दोषी को 10 साल तक कैद हो सकती है और उसे अतिरिक्त जुर्माना भरना पड़ सकता है. चैट जीपीटी का दुरूपयोग करना सभी के लिए गलत साबित हो सकता है.
Chat GPT का दुरूपयोग पड़ा भारी

चैट जीपीटी का दुरूपयोग करना एक शख्श को बहुत भारी पड़ गया है. पुलिस का कहना है की हांग ने स्वीकार किया है कि उसने अपनी इच्छा के अनुसार फर्जी खबर को मनचाहे अकाउंट पर प्रसारित करने के लिए ‘बाइजियाहो’ की डुप्लीकेट जांच प्रणाली को बाइपास किया. पुलिस ने बताया कि उसने जांच के दौरान पाया की फर्जी खबर का स्रोत वह कपंनी थी, जिसका मालिक संदिग्ध हांग है. चैट जीपीटी का गलत उपयोग कर यह फर्जी खबर लिखी गई थी.
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ट्रेन की दुर्घटना की फर्जी खबर

पुलिस को जब इस मामले के बारे में पता चला तब करीब 10 दिन बाद पुलिस टीम ने हांग के घर और कंप्यूटर की तलाशी ली और उसे हिरासत में लिया. हांगकांग से प्रकाशित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट अखबार में सोमवार को प्रकाशित खबर के मुताबिक, काउंटी पुलिस ब्यूरो के साइबर प्रकोष्ठ का सबसे पहले ध्यान इस खबर पर गया, जिसमें दावा किया गया था कि 25 अप्रैल को लोकल ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने से नौ लोगों की मौत हो गई. लेकिन यह खबर फ़र्ज़ी थी जोकि इस शख्स ने लिखी थी.