Medicinal Plants Farming: गुणों की खान है यह औषधीय पौधा, इसकी खेती आपको बनाएगी अमीर

Medicinal Plants Farming: विश्व में विश्व में पैराग्वे, जापान, कोरिया, ताईवान और अमेरिका में स्टीविया (stevia) का ज्यादा उत्पादन होता है.
स्टेविया का उत्पादन पराग्वे, जापान, कोरिया, ताइवान और अमेरिका में अधिक होता है। स्टीविया की खास बात यह है कि यह न सिर्फ सामान्य चीनी से ज्यादा मीठा होता है बल्कि यह पूरी तरह से कैलोरी फ्री भी होता है। स्टीविया की मांग लगातार बढ़ने से स्टीविया की खेती लाभदायक है।
Business Idea :
नई दिल्ली। औषधीय पौधों की खेती आज एक व्यवसाय का रूप ले चुकी है। बिना रसायनों के आधुनिक तरीके से उगाई जाने वाली फसलों की मांग लगातार बढ़ रही है। आयुर्वेद के प्रति लोगों का बढ़ता रुझान भी औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा दे रहा है।

(Stevia Farming):अगर आप भी खेती को अपना पेशा बनाना चाहते हैं तो आपको(Stevia Farming) स्टीविया की खेती करनी चाहिए। चीनी का विकल्प बन चुके स्टीविया की मांग तेजी से बढ़ रही है। देश और दुनिया में मधुमेह रोगियों की बढ़ती संख्या के कारण स्टीविया की मांग भी बढ़ रही है। यही कारण है कि भारत में भी इसकी खेती बड़े पैमाने पर शुरू हो गई है। स्टेविया का उत्पादन पराग्वे, जापान, कोरिया, ताइवान और अमेरिका में अधिक होता है।
स्टीविया की खास बात यह है कि यह न सिर्फ सामान्य चीनी से ज्यादा मीठा होता है बल्कि यह पूरी तरह से कैलोरी फ्री भी होता है। मधुमेह के रोगियों के लिए स्टेविया बहुत उपयोगी है। स्टेविया रक्तचाप, मसूढ़ों के रोग और त्वचा रोगों के लिए भी एक प्रभावी औषधि है। यही वजह है कि अब कई कंपनियां स्टीविया की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करने लगी हैं।
ऐसे करें खेती :
एक एकड़ में 40,000 स्टीविया Stevia के पौधे हैं, जिनकी कीमत करीब एक लाख रुपये है। स्टीविया का पौधा कटिंग से तैयार किया जाता है। स्टीविया के पौधे से कटिंग करने के बाद इसे पॉलिथीन बैग या ट्रे में लगाया जाता है। जब यह कलम तैयार हो जाती है और इसमें पत्ते निकल आते हैं, तब इसे खेत में लगाया जाता है। रिज पर पौधे उगते हैं। पौधे से पौधे की दूरी 15 सेमी और लाइन से लाइन की दूरी 40 सेमी रखी जाती है।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार स्टीविया के पौधे लगाने के लिए फरवरी-मार्च का समय सबसे अच्छा होता है। स्टीविया का पौधा 60 से 70 सेमी तक बढ़ता है। एक बार लगाने के बाद यह कई वर्षों तक उत्पादन देता है। यह एक झाड़ीदार पौधा है जिस पर कई पत्ते होते हैं। यह चीनी से 25-30 गुना ज्यादा मीठा होता है।