Saturday, June 10, 2023
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बंजर जमीन पर इस फसल की खेती कर मालामाल हो रहे किसान, होगी लाखों में कमाई, यहां जाने खेती का तरीका

Cactus Farming: बंजर जमीन पर इस फसल की खेती कर मालामाल हो रहे किसान, होगी लाखों में कमाई, यहां जाने खेती का तरीका.आप सभी तो जानते ही है की देश के कुछ राज्यों या क्षेत्रों में पानी की कमी के कारन वहां के किसान खेती के अधिक लाभ नहीं कमा पाते है। ऐसे में राजस्थान जैसे राज्य के किसान गर्मी के दिनों में खेती नहीं कर पाते है,ऐसे में आज हम उनके लिए एक ऐसे फसल के बारे में बताने जा रहे है। जो कम पानी में भी बेहतर उतपादन देती है। यह के किसानो के लिए नागफनी की खेती वरदान साबित हो सकती है। ये फसल बहुत लाभकारी हैसाथ ही इससे बेहतर मुनाफा भी कमाया जा सकता है। इस फसल की खेती से चमक उठेगी किसानो की किस्मत।

बिना पानी के भी तैयार हो जाती है ये फसल

आपको जानकारी के लिए बता दे की विदेशी देशो कैक्टस का उपयोग जैव ईंधन के निर्माण में तो कही तेल बनाने के लिए किया जा रहा है.साथ ही पडोसी देश चीन प्राकृतिक रंगों के लिए कैक्टस की खेती करता है, लेकिन अब भारत के किसान भी इसका उत्पादन दवा बनाने और पशु चारे के हरे चारे के रूप में कर रहे है। बता दे की इसकी कांटारहित प्रजातियों की व्यावसायिक खेती की जा सकती है। अपुंशिया फिकस-इंडिका जिसे कैक्टस पीयर और इंडियन फिग यानी नागफनी कहा जाता है, ये सबसे लोकप्रिय वेरायटी में से एक है। ये फसल बिना पानी के भी बेहतर उत्पादन देती है। साथ ही इससे किसानो को लाखो का मुनाफा भी हो सकता है। दवाइयों में अधिक उपयोग होने के कारण इस फसल की बाजार में मांग काफी बढ़ गयी है। ऐसे में किसान इसकी खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते है।

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बंजर जमीन पर इस फसल की खेती कर मालामाल हो रहे किसान, होगी लाखों में कमाई, यहां जाने खेती का तरीका

कैक्टस से बनायीं जाती है कई चीजे

आपको बता दे की राजस्थान सहित आसपास के इलाके में गर्मियों के दिनों में पशुओं के लिए हरे चारे का बेहतरीन विकल्प है. साथ ही इसका उपयोग कई अन्य चीजों को बनाने में भी किया जाता है। जैसे- जूस, मुरब्बा, कैंडी, चमड़ा बनाने, दवाईयां, ईंधन, तेल, शैंपू, साबुन और लोशन आदि बनने लगते है। अब तो कैक्टस से चमड़ा भी बनने लगा है और इसे पर्यावरण के लिए सुरक्षित माना जा रहा है। कैक्टस की इसी विशेषता के कारण इसके दाम आसमान पर है। बता दे की कैक्टस का उपयोग कई महंगी दवाइयों को बनाने में भी किया जाता है।

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इस प्रकार करे नागफनी की खेती

आपको जानकारी के लिए बता दी की बंजर पड़ी या फिर कम उपजाऊ भूमि में आप नागफनी की खेती बरसात के मौसम में जून-जुलाई से नवंबर किसी भी महीने में कर सकते है। बता दे की इसकी बुवाई क्लेडोड के द्वारा की जाती है। क्लेडोड को तने से तोड़कर एक मीटर की दूरी पर मेंड़ के किनारे 10.15 सेमी. का गढढा खोदकर जमीन में सीधे गाड़ दें। इस दौरान अगर नमी कम है तो सिंचाई करें, वरना इसकी ज़रूरत नहीं होती। आपको बता दे की लवणीय मिट्टी में भी यह आसानी से उग जाता है। ये पेड़ बड़े होने पर आसानी से काट लिए जाते है साथ ही इसको काट कर दूसरे जगह इसकी बुवाई भी की जा सकती है।

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